सुबह पड़ौस का एक बच्चा खेलते-खेलते सड़क पर पहुँच गया। मुझे उस बच्चे का नाम नहीं मालूम था अत: मैंने आवाज़ लगा दी :
"अरे पप्पू ! सड़क पर मत खेलो, इधर आओ।"
पीछे से उसकी माँ गुस्से से चीखी --
"खबरदार ! जो मेरे बेटे को पप्पू कहा तो ! इतना निकम्मा भी नहीं है मेरा बेटा ! हर परीक्षा में पास होता है। जो भी करेगा अपनी काबिलियत के बल पर करेगा। किसी वंश विरासत के सहारे नहीं।"
मैं तब से ही सन्न हूँ !!!
सोच रहा हूँ.... कि आखिर मैंने ऐसा क्या कह दिया ???🤣🤣🤣🤣